कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू से कलह का लंबा सिलसिला चलने के बाद आखिरकार अमरिंदर सिंह ने पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. अमरिंदर सिंह ने सीएम पद छोड़ने के बाद कहा कि ”भविष्य के विकल्प खुले हैं.”
उन्होंने कहा कि ”मैं अपमानित महसूस कर रहा हूं.” उन्होंने यह भी कहा कि ”समय आने पर मैं विकल्पों का प्रयोग करूंगा.” मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस विधायक दल की बैठक से पहले ही अपने पद से इस्तीफा देने का फैसला ले लिया था. मुख्यमंत्री के करीबी सूत्रों ने यह जानकारी दी है.
कैप्टन अमरिंदर से के बेटे ने इस बात की पुष्टि की थी कि वे मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देंगे. कांग्रेस ने आज शाम को पंजाब के विधायकों की एक बैठक बुलाई है. इस बैठक में सभी विधायकों से शामिल होने के लिए कहा गया है.
बैठक के बीच पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह खुद को पंजाब कांग्रेस में अलग-थलग महसूस कर रहे थे. यह मीटिंग कैप्टन के लिए मुश्किल का सबब बनने की संभावना जताई गई थी.
उनके विरोधी लगातार नेतृत्व परिवर्तन की मांग कर रहे थे. सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से कहा, “इस तरह का अपमान सहकर पार्टी में बने रहना मुश्किल होगा.”
#WATCH | Congress leader Amarinder Singh responds on being asked “Would you be accepting new chief minister made by Punjab Congress?” pic.twitter.com/cPvQTZo8bH
— ANI (@ANI) September 18, 2021
सूत्रों ने बताया था कि अमरिंदर सिंह शाम करीब साढ़े चार बजे राज्यपाल से मुलाकात करेंगे और अपना इस्तीफा सौंपेंगे. पंजाब सरकार में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बीच और कांग्रेस विधायक दल की बैठक से पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकार मोहम्मद मुस्तफा ने ट्वीट कर भीतरी घमासान की स्थिति साफ कर दी थी और कहा था कि आज कांग्रेस के लिए अच्छा लीडर चुनने का मौका है.
मोहम्मद मुस्तफा ने ट्वीट कर लिखा, “2017 में पंजाब ने हमें 80 विधायक दिए थे, लेकिन यह दु:खद है कि कांग्रेस पार्टी एक अच्छा मुख्यमंत्री पंजाब को नहीं दे पाई. पंजाब के दुख और दर्द को समझते हुए साढ़े चार साल बाद अब समय आ गया है कि मुख्यमंत्री का चेहरा बदला जाए.”
कांग्रेस आलाकमान को 48 नाराज विधायकों की चिट्ठी के बाद पार्टी ने आज शाम चंडीगढ़ में कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई. माना जा रहा था कि इसमें नेतृत्व परिवर्तन पर चर्चा हो सकती है.
सूत्रों का कहना है कि नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बीच तीन नेताओं के नाम की चर्चा जोरों पर है. इनमें पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रमुख सुनील जाखड़, प्रताप सिंह बाजवा और बेअंत सिंह के पोते और सांसद रवनीत सिंह बिट्टू का नाम शामिल है.