टाइम्स नाऊ के समिट 2021 में कंगना रनौत ने एक विवादित बयान दे दिया है जिसके बाद सोशल मीडिया पर एक्ट्रेस स्वरा भास्कर से लेकर पूर्व आईएएस और कई कांग्रेस नेता बीजेपी और कंगना पर भड़क रहे हैं।
कंगना ने इस इवेंट में कहा कि ‘आजादी अगर भीख में मिले, तो क्या वो आजादी हो सकती है?’ कंगना ने एंकर नाविका कुमार के सामने कहा- ‘1947 में मिली आज़ादी भीख थी, असली आज़ादी 2014 में मिली।’
लकड़ी के घोड़े पर प्लास्टिक की तलवार लेकर वीरांगना बनने वाली सरकारी चाटुकार आजादी के सिपाहियों का अपमान कर रही है। हज़ारों कुर्बानियों के नतीजे को भीख बता रही है। pic.twitter.com/gH4JbOd4l9
— Rofl Gandhi 2.0 🚜🏹 (@RoflGandhi_) November 10, 2021
कंगना ने अपने बयान में कहा- ‘सावरकर, रानी लक्ष्मीबाई, नेता सुभाषचंद्र बोस इन लोगों की बात करूं तो ये लोग जानते थे कि खून बहेगा लेकिन ये भी याद रहे कि हिंदुस्तानी-हिंदुस्तानी का खून न बहाए। उन्होंने आजादी की कीमत चुकाई, यकीनन। पर वो आजादी नहीं थी वो भीख थी। जो आजादी मिली है वो 2014 में मिली है।’
Who are the idiots who are clapping is what I want to know.. https://t.co/LRhbGjHsxF
— Swara Bhasker (@ReallySwara) November 10, 2021
नाविका कुमार ने इस पर कहा कि- ‘इसलिए ही सब आपको कहते हैं कि आप भगवा हैं।’ इसके जवाब में कंगना कहती ने कहा- अभी इसके बाद मुझपर 10 केस और होने वाले हैं। नाविका ने कहा- ‘अभी तो आप दिल्ली में हैं’। इस पर कंगना ने कहा- जाना तो घर ही है ना।
कंगना के इस बयान को देने के बाद इवेंट पर बैठे कुछ लोग तालियां पीटने लगे। इस वीडियो को देख कर बॉलीवुड एक्ट्रेस स्वरा भास्कर ने कहा- ‘कौन हैं वो बेवकूफ लोग जिन्होंने इस बात को सुन कर तालियां बजाना शुरू कर दिया। मैं जानना चाहती हूं।’
Achievements of Bhartiya Janta Party 👇 pic.twitter.com/g6whiyuIc4
— Srinivas BV (@srinivasiyc) November 11, 2021
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा- ‘हमारी आज़ादी को भीख कोई मानसिक रूप से विक्षिप्त असंतुलित ही कहेगा। वह आज़ादी जिसके लिए लाखों ने अपने प्राणों की आहुतियां दीं। ख़ैर उनसे और क्या आशा? नाविका जी आज़ादी के लिए इस्तेमाल किए गए इस सस्ते शब्द और वक्तव्य की आपने आलोचना क्यों नहीं की? या आपसे भी आशा बेकार है?’
हमारी आज़ादी को भीख कोई मानसिक रूप से विक्षिप्त असंतुलित ही कहेगा-वह आज़ादी जिसके लिए लाखों ने अपने प्राणों की आहुतियाँ दीं-ख़ैर उनसे और क्या आशा?
लेकिन @navikakumar जी, आज़ादी के लिए इस्तेमाल किए गए इस सस्ते शब्द और वक्तव्य की आपने आलोचना क्यों नहीं की? या आपसे भी आशा बेकार है? pic.twitter.com/lk3dNsQ67V
— Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) November 10, 2021
पूर्व आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह ने कहा- ‘इसलिए तो कहा था: “यदि शोहरत मिले तो सोनू सूद बनना,कंगना नहीं।” भगत सिंह, सुखदेव एवं राजगुरु सहित लाखों स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के बलिदान को भीख बताने वाली कंगना।’
कांग्रेस नेता श्रीनिवास बीवी ने भी गुस्साते हुए कहा- ‘ऐसे लोगों को पद्मश्री दिलाने वाले मोदी जी जवाब दें, क्या हम कुर्बानियों में मिली ‘आजादी’ के 75वे वर्ष का जश्न मना रहे हैं, या आपके भक्तों के अनुसार ‘भीख में मिली’ आजादी का?’
इसी लिए तो कहा था:
“यदि शोहरत मिले तो सोनू सूद
बनना,कंगना नहीं।”भगत सिंह, सुखदेव एवं राजगुरु सहित लाखों स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के बलिदान को भीख बताने वाली कंगना।👇 pic.twitter.com/i9VYIXHTij
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) November 10, 2021
एक यूजर ने लिखा- ‘लकड़ी के घोड़े पर प्लास्टिक की तलवार लेकर वीरांगना बनने वाली सरकारी चाटुकार आजादी के सिपाहियों का अपमान कर रही है। हज़ारों कुर्बानियों के नतीजे को भीख बता रही है।’ विनय सुल्तान नाम के शख्स ने कहा- ‘देश 2014 में आजाद हुआ। 1947 में जो आजादी मिली थी वो अंग्रेजों की दी हुई भीख थी। आपको 2008 और 2014 में कांग्रेस सरकार के दौरान दो नेशनल फ़िल्म अवार्ड मिले। आपने वो भीख क्यों ली झांसे की रानी जी।’