INDIA नहीं जीता तो देश बन जाएगा मणिपुर-हरियाणा; उदयनिधि के विवादित बोल के बीच BJP पर भड़के CM स्टालिन

सनातन धर्म पर अपने मंत्री बेटे उदयनिधि स्टालिन के विवादित बयान के बीच बीजेपी के निशाने पर आए डीएमके अध्यक्ष और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने अपनी पॉडकास्ट श्रृंखला के पहले एपिसोड में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी पार्टी पर हमला बोला है।

आज सुबह चार अलग-अलग भाषाओं – मलयालम, तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और हिंदी में जारी किए गए अपने पहले पॉडकास्ट एपिसोड ‘स्पीकिंग फॉर इंडिया’ में स्टालिन ने दावा किया कि केंद्र की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी ने अपने पिछले नौ वर्षों के कार्यकाल में सामाजिक कल्याण के संबंधित कोई भी चुनाव पूर्व वादा पूरा नहीं किया है।

तमिल मुख्यमंत्री ने बीजेपी पर चौतरफा हमला बोलते हुए कहा, “वादे के मुताबिक सभी नागरिकों के खातों में 15-15 लाख रुपये जमा नहीं किए गए, किसानों की आय दोगुनी नहीं हुई, प्रति वर्ष दो करोड़ नौकरियों का वादा किया गया था लेकिन ऐसा नहीं हुआ।” इसके जवाब में बीजेपी ने कहा, “पीएम मोदी ने कभी वादा नहीं किया था कि सभी के खाते में ₹15 लाख आएंगे। स्टालिन के पॉडकास्ट में किए गए दावे झूठे हैं।”

स्टालिन ने उत्तर-पूर्वी राज्य मणिपुर में बड़े पैमाने पर हुई जातीय हिंसा और हाल ही में हरियाणा के मेवात में एक धार्मिक जुलूस पर हमले के बाद हुई सांप्रदायिक हिंसा का जिक्र करते हुए कहा कि अगर गठबंधन नहीं जीता, तो पूरा भारत मणिपुर और हरियाणा बना दिया जाएगा। इसलिए, पूरे भारत को मणिपुर और हरियाणा बनने से रोकने के लिए INDIA गठबंधन को जीतना होगा।

एमके स्टालिन ने लोगों से “बहुसांस्कृतिक और विविधतापूर्ण भारत बनाने” का आह्वान किया। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को “विघटित कर मित्र निगमों को सौंप रही है। उन्होंने कहा कि एयर इंडिया को बेचने जैसे बड़े-बड़े मुद्दों पर से ध्यान हटाने के लिए बीजेपी सांप्रदायिकता का सहारा लेती है। स्टालिन ने कहा कि देशभर के हवाई अड्डों और बंदरगाहों को उन निजी खिलाड़ियों को बेच दिया गया, जो बीजेपी के करीबी रहे हैं।

डीएमके प्रमुख ने 2002 के गुजरात दंगों का भी जिक्र किया और कहा कि 2002 में गुजरात में बोई गई नफरत के परिणामस्वरूप 2023 में मणिपुर में सांप्रदायिक हिंसा और हरियाणा में सांप्रदायिक झड़पें हुईं। स्टालिन ने एक गंभीर चेतावनी जारी करते हुए कहा कि अगर इसे अभी नहीं रोका गया तो भारत को कोई नहीं बचा सकता है।

उन्होंने कहा, INDIA गठबंधन का गठन सामाजिक न्याय, सामाजिक सद्भाव, संघवाद, धर्मनिरपेक्ष राजनीति और समाजवाद को बहाल करने के लिए किया गया है। एमके स्टालिन ने कहा, “जब भी संघवाद को खतरा हुआ है तो डीएमके हमेशा सबसे आगे रही है।”

स्टालिन के आरोपों पर बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा है कि यह वही डीएमके है जो देश को धर्म, जाति और भाषा के आधार पर बांटती है। संघवाद पर किसी भी हमले से इनकार करते हुए, तमिलनाडु भाजपा के उपाध्यक्ष नारायणन तिरुपति ने दावा किया कि केंद्र ने तमिलनाडु को कर राजस्व का उचित हिस्सा दिया है। डीएमके पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है कि कम से कम अब एमके स्टालिन भारत को एक राष्ट्र के रूप में स्वीकार करते हैं।

स्टालिन द्वारा पॉडकास्ट, जिसका नाम “स्पीकिंग फॉर इंडिया” है, इस बात को उजागर करने के लिए शुरू किया गया है जिसे एमके स्टालिन “बीजेपी की अगुवाई में भारत का विनाश” कहते हैं। इससे पहले डीएमके अध्यक्ष एम के स्टालिन ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार का ”एक राष्ट्र, एक चुनाव” पर जोर देना राष्ट्र के संघीय ढांचे को कमजोर करने का प्रयास है।

उन्होंने रविवार को कहा कि यह केंद्रीकृत सत्ता की दिशा में एक कदम है, जो भारत की अवधारणा, राज्यों के संघ के विचार के खिलाफ है। स्टालिन ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ”अचानक की गई इस घोषणा और उसके बाद उच्च-स्तरीय समिति के गठन से इस संदेह को बल मिलता है कि ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ लोकतंत्र नहीं, ‘तानाशाही’ का जरिया है।”